वो कुछ मधुर पल
जो हम बितातें हैं माँ के संग ,
जिंदगी भर रहती साथ
नहीं उड़ते उसके रंग।
वो मधुर स्मृति
देते नयी चेतना उमंग
वो पयोनिधि नित - नूतन
नित नवीन निर्झर विहंग।
वो नविन उषा
नित नविन अहला मारसाल
वो नविन छाया
रास्काई जोगाव जिबोन ज़कात।
नहीं पड़ते उसपे जंग ।
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