कल मेरे पिताजी से बात हुयी । मैंने पूछा अपने किसी खास वजह से फ़ोन किया। उसने कहा तुम्हारा फोन कई दिनों से नहीं आया था इसलिए सोचा तुम्हारा हाल जान लूँ। मुझे काफी अच्छा लगा, ऐसे इस साल से कुछ ज्यादा हो रहा है कि मेरे पिता मेरे बारे में कुछ ज्यादा चिंतित हैं। कहीं मैं बीमार तो नहीं या फिर एन आइ डी में इतना दिन रह कर जॉब मिलेगा की नहीं । बड़ा ही चिंतित हैं। अगले साल से पापा रिटायर होने वालें हैं। ये भी बात हो सकती है कि उनके रहते मुझे कहीं जॉब लग जय तो अछि रहेगी। मैं भी यही चाहता हूँ।
आज Audi में २०१० साल के जुनिओर लोगों का थ्री डी स्क्रीनिंग था । उनके काम देख कर मुझे काफी अच्छा लगा। ये सभी प्रोमो चित्रकथा ११ के लिए बनाये गए थे। अर्जुन गुप्ते के direction में एकच काम किया था।
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