जब घर बनाया दीमकों ने
कई बारिश ने धो डाला ,
लेकिन कब ताक आखिर ये आंधी
उन्हें उजाड़ते और विलीन करते रहेगी?
वो पत्थर के कीड़े कि तरह हैं
एक बार अगर कहीं लग गयी तो
चट्टान को भी धुल में बदल डालेगी
वह आदि के दीमक हैं
उन्हें जो पैरों तले रखेगा ।
वो उन्हीं पैरो को चीरते हुए
उसकी सारी काया को
खाक में बदल डालेगा वह
ऐसा है
ये अनादि के दीमक ....
Thursday, September 22, 2011
Wednesday, September 14, 2011
मेरी अंतिम ज्यूरी
मेरा एन आई दी में आज डिप्लोमा कि ज्यूरी थी । कई सरे फीडबैक मिले ।
१ ये एक अदृश्य जगत का एक झलक दुनिया को दिखायेगा।
२ ये अच्छी बात है जो तुम जैसे नवयुवक गन अपने संस्कृति से जुड़े हुए हैं , और अपने संकृती के जड़ को पकडे हुए हें।
३- मुझे ये फिल्म काफी आदिवासी संस्कृति की और ले गयी।
इनके कई सरे दृश्य काफी interesting हैं ।
ये फिल्म तुम्हारी पूरी प्रोसेस को दिखा रही है।
४ और तुमजो कहना चाह रहे हो आया है।
१ ये एक अदृश्य जगत का एक झलक दुनिया को दिखायेगा।
२ ये अच्छी बात है जो तुम जैसे नवयुवक गन अपने संस्कृति से जुड़े हुए हैं , और अपने संकृती के जड़ को पकडे हुए हें।
३- मुझे ये फिल्म काफी आदिवासी संस्कृति की और ले गयी।
इनके कई सरे दृश्य काफी interesting हैं ।
ये फिल्म तुम्हारी पूरी प्रोसेस को दिखा रही है।
४ और तुमजो कहना चाह रहे हो आया है।
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